31 जनवरी अग्रनगर जैन स्थानक लुधियाना
ख्वाहिशें थम जांए जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी महाराज सा. रास्ते कहां ख़त्म होते हैं, जीवन के सफर में । मंजिलें वही हैं, बस ख्वाहिशें थम जाए । आज शरीरक्षहाथ, पैर काम नहीं कर रहे हैं । काया की दौड़ रुकी है, पर मन ताकतवर है । बुजुर्ग आदमी का शरीर रुक गया, पर जबान नहीं …