14 जनवरी मकर सक्रांति लुधियाना मेरा है वह सत्य नहीं जो सत्य है वो मेरा है जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा.

14 जनवरी मकर सक्रांति लुधियाना
मेरा है वह सत्य नहीं
जो सत्य है वो मेरा है
जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा.
14 जनवरी मकर सक्रांति के रोज श्री णमोत्थुणं महाजाप में हैबोवाल जैन स्थानक का हॉल खचाखच भर गया ।
आचार्य प्रवर श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा. ने णमोत्थुणं पाठ का महत्व समझाया ।
इसी के साथ यह भी कहा कि गल्ति बड़ों बड़ों से भी हो सकती है । भगवान महावीर के पट्टधर गौतम स्वामी द्वारा भी चूक हुई तो एवंता मुनि द्वारा पानी में नाव तिराई गई ।
भगवान ने सभी को यथा योग्य प्रायश्चित देकर शुद्ध किया ।
उनके मोक्ष का रास्ता साफ किया।
आज तो युग बदल गया, छद्ममस्थ हैं हो सकता है प्रमादवश चूक हो जाए ।
लेकिन उसे स्वीकार कर उसका सहर्ष प्रायश्चित लेना आत्म शुद्धि का परिचायक है ।
यही स्थिति हमारे यहां घट गई इस पतंग के वातावरण में एक संत ऊपरी छत पर परठने की दृष्टि से गए वहां जैसी भी परिस्थिति घटी हो ।
मुझे फिलहाल उसकी सफाई नहीं देनी है । लेकिन हमने उन्हें दीक्षा छेद दिया । जिसको उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया ।
जबकि आज तक 18 वर्ष के संयम में उनका पतंग उड़ाने जैसा काम कभी पड़ा ही नहीं ।
और न ही उन्हें उड़ाना आता है। उड़ाने वाले दूसरे आदमी थे
बस भावुकता वश समझो या परिस्थिति वश जो कुछ हुआ वह समीक्षणीय है । लेकिन इनके द्वारा जो हुआ उसका प्रायश्चित मांग लिया ।
तब आचार्य श्री ने अंतरात्मा की साक्षी से प्रायश्चित दे दिया ।
यही हमारा शास्त्रीय विधान है ।
हम कोई बात सुने तो इधर उधर न करके पहले मुझसे पूछें उसका समाधान लें ।
अगर हमारी कोई गल्ति है तो हम स्वीकार करके शुद्धिकरण करेंगे।
हम संयम के पक्षधर हैं ।
गल्ति बड़ी हो या छोटी ।
गल्ति, गल्ति ही है ।
दूसरे कितनी भी बड़ी गल्ति करें, उससे हमें मतलब नहीं है हमारे यहां छोटी भी गल्ति किसी भी परिस्थिति में हो रही है, तो उसका सुधार होना ही चाहिए ।
आप हमारी गलतियां निकाल कर संयम में सहयोगी बने यही अपेक्षा है ।
इसी के साथ आज प्रवचन में भाई बहनों ने रात्रि भोजन त्याग, चौविहार, वैर-विरोध छोड़ना प्रतिदिन दान देना आदि नियम भी लिए ।
णमोत्थुणं जाप पूरी शांति से संपन्न हुआ ।
सभी में उत्साह जागा ।
14 जनवरी को दिल्ली से श्री अरिहंतमार्गी जैन युवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद जी मालू दंपत्ति, इसी तरह महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री श्री संतकुमार जी सपरिवार, भीनासर से परम गुरु भक्त श्री पुखराज जी चौरडिय़ा सपरिवार, दिल्ली से परम गुरुभक्त श्री राकेश जी जैन आदि पंजाब एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से भक्तगण पहुंचे ।
आज मध्यान्ह में 2:00 बजे विहार कर न्यु किचलूनगर जैन स्थानक में पधार गए हैं ।
15 जनवरी का प्रवचन व जाप यहीं होने की संभावना है ।
जालंधर से नररत्न श्री विशाल जी पल्लवी जी जैन एवं नररत्न विकास जी पल्लवी जी जैन आदि धर्म प्रेमी गण पूरे दिन भर आते रहे ।
श्री अरिहंतमार्गी जैन महासंघ सदा जयवंत हों