27 जनवरी जनपथ लुधियाना
सूर्य कभी अस्त नहीं होता जैनाचार्य श्री ज्ञानचन्द्र जी म.सा. भक्तामर स्तोत्र श्लोक नंबर 17 प्रार्थना- जीवन को सफल बनाना है, सत्संग का लाभ उठाना है। जीवन को सफल बनाने के लिए लोकोत्तर पुरुष तीर्थंकर भगवंतो की भावात्मक सत्संग का प्रयास किया है। दुनियां में इससे श्रेष्ठ और कोई संगति नहीं हो सकती, क्योंकि शरीर …