25 जनवरी सुंदरनगर जैन स्थानक लुधियाना
जिंदगी एक भोर है जैनाचार्य श्री ज्ञानचन्द्र जी महराज सा. होकर मायूस ना,यूं शाम की तरह ढलते रहिए । जिंदगी एक भोर है, सूरज की तरह निकलते रहिए । आपने जिंदगी को किस पक्ष से पकड़ रखा है । उदयपक्ष से या अस्त पक्ष से । याने कि अनुकूल पक्ष और दूसरा प्रतिकूल पक्ष । …