23 जनवरी सुंदरनगर लुधियाना
मिलते रहोगे तो जिंदा रहोगे जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी महाराज सा. लोग अक्सर कहते हैं, जिंदे रहें तो फिर मिलेंगे । लेकिन एक सच्चे दोस्त ने क्या खूब कहा कि मिलते रहोगे तो जिंदा रहोगे । वो दोस्त कौन जिससे मिले । वो है, अरिहंतों की वाणी । संतों की सत्संग । जिनवाणी सुनते रहोगे …