13 जनवरी हैबोवाल लुधियाना
आत्मा एक है
जैनाचार्य श्री ज्ञानचन्द्र जी म.सा.
मंदिर में ज्योत, दरगाह में दिया, गुरुद्वारे में ज्योति, गिरजाघर में
मोमबत्ती, सबकी लौ एक हैं।
इसी तरह सबका मालिक एक है
खून जिसका भी हो, सबका रंग एक है ।
कैसे पता लगाया जाए कि
बेगाना कौन और अपना कौन है.?
भगवान के नाम ऋषभ, महावीर, राम, हनुमान अलग-अलग हो सकते हैं । लेकिन सब में भगवत्ता एक है । इसी तरह आपके, हमारे नाम अलग-अलग हो सकते हैं पर इंसान के नाम से सब एक हैं ।
जबकि तीर्थंकरों की दृष्टि में सारी आत्माएं एक हैं ।
एगे आया
आत्मा एक है,अर्थात सबका मालिक,मौलिक स्वरूप एक है।
आचारांग में वर्णन आया कि- जैसे इंसान को काटते हैं छेदते है, उसे तकलीफ होती है । वही स्थिति पेड़, पौधे,फूलों की पानी की भी है ।
सिद्धसेन दिवाकर ने मन को एकाग्र करके अपने पर लगी चोटों का दर्द उज्जैन के रानियों में ट्रांसफर कर दिया । रानियों के पीठ की चमड़ी छिल गई ।
मन से मन का संबंध जैसा कि आज मोबाइल से मोबाइल के नंबर डायल करके संपर्क बनाया जाता है ।
इसी प्रकार प्रभु के प्रति श्रद्धा और भक्ति भी हमें परमात्मा से जोड़ती है ।
जो परमात्मा से जुड़ गया वो सभी प्रकार से सुरक्षित हो जाता है।
संसार के जीवों की हिंसा करोगे तो एक न एक दिन तुम्हारी भी होगी ।
इसी तरह संसार के जीवों को बचाओगे तो स्वयं भी बचोगे ।
यही सब सोचकर श्री अरिहंतमार्गी जैन महासंघ राष्ट्रीय पंजाब के जालंधर में पठानकोट रोड पर गौशाला बनाई है ।
अभी काम चल रहा है ।
लगे हैं लोग उसे पूरा करने में।
जितना बचाओगे, उतना बचोगे।
शिखरजी को पर्यटन स्थल की सरकारी घोषणा पर बोलते हुए जैनाचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी म.सा.ने कहाकि जैन संत इस पर अनशन करके जा रहे हैं बाकी संप्रदाये, क्या कर रही है.?
क्यों नहीं सरकार पर दबाव डाल रहे हैं ।
इसलिए कि हमारा तीर्थ नहीं है।
हम क्यों करें । इस तरह का बिखराव जैन धर्म की सुरक्षा कैसे कर पाएगा ।
संप्रदाय नहीं, धर्म महत्वपूर्ण है।
जैन धर्म रूप वृक्ष की एक भी डाली टूटनी नहीं चाहिए ।
सबकी रक्षा कीजिये ।
जाप की रजत कटोरी अर्ध मुल्य 500 रुपये में
14 जनवरी को मकर सक्रांति को णमोत्थुणं जाप होने जा रहा है। उसमें जाप हेतु चांदी की कटोरी जिसे भी लेनी हो मात्र ₹500 में दे दी जाएगी ।
यों कटोरी की कीमत 1100 रूपये है ।
जबकि 600 रूपये की छूट के साथ मात्र 500 में मिलेगी ।
जिसमें गुलाब जल भरकर जाप में रखना है ।
बाकी वो कटोरी घर में कैसे काम आएगी वो यहां 14 जनवरी को बता दिया जाएगा ।
आप अच्छे से समझें और उपयोग में लेना सीखें ।
काम निश्चित होगा यह वैज्ञानिक सत्य है ।
श्री अरिहंतमार्गी जैन महासंघ सदा जयवंत हों
13 जनवरी हैबोवाल लुधियाना आत्मा एक है जैनाचार्य श्री ज्ञानचन्द्र जी म.सा.
- arihant
- January 18, 2023
- 9:26 am
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